Nov 20, 2009

मेरे विचार

अगर तुम चहते हो कि मरने के बाद तुम्हें भुला न दिया जाय तो इसके लिये दो में से कोई एक काम जरुर करो । या तो पढने लायक कुछ लिख डालो या लिखने लायक कुछ कर डालो । दुनियां में कोई भी इंसान या तो अपने कृत्यों के लिये याद किया जाता है या फिर अपनी बहुमूल्य कृतियों के लिये । जो व्यक्ति समय की धारा के साथ चलते रहते है उन्हें इतिहास समय के साथ भुला देता है लेकिन जो व्यक्ति समय की धारा को मोड देता है इतिहास भी उनके साथ हो लेता है । गंगोत्री से गंगा-सागर की यात्रा तो मुर्दा भी कर लेता है । भुजाओं का बल तो गंगा-सागर से गंगोत्री की यात्रा पर निकल पडना है ।

1 comment:

  1. पढ़ने योग्य लिखा जाए इससे अच्छा है लिखने योग्य किया जाए।

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