Nov 17, 2009

कुछ वालपेपर





दो लब्ज

र्सिफ रिश्तों के बंधन को विश्वास नही कहते,
हर आसु को जजबात नही कहते।
किस्मत से मिलते है दोस्त जिन्दगी में,
इसलिए दोस्त को कभी इत्फाक नहीं कहते।।




दिल-2 से जुदा नहीं होता वह,
वह यु हि किसी पे फिदा नही होता।
प्यार से बड़ा दोस्ती का रिश्ता होता है,
क्योकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होता।




आप दूर रहकर भी याद आते रहोंगे,
ये दोस्ती हम सदा निभाते रहेगे।
न जाऐगे आप यादों के दरवाजे से बाहर,
आपको भी याद अपनी दिलाते रहेगें।




कोई कहता है प्यार का नसा बन जाता है,
काई कहता है प्यार सजा बन जाता है।
पर प्यार करो सच्चे दिल से,
क्योकि प्यार जिने की बजय बन जाती है।





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