Nov 18, 2009


चिट्ठाजगत


हँसना जरुरी है

गांव में एक lady थी । उसके husband आई टी आई मे job karte थे । वह आपने husband को letter लिखना चाहती थी पर illiterate होने के कारण उसे यह पता नहीं था कि पूर्णविराम(full stop) कहां लगेगा । इसीलिये उसका जहां मन करता था वहीं full stop लगा देती थी ।
उसने चिट्टी इस प्रकार लिखी--------



मेरे प्यारे जीवनसाथी मेरा प्रणाम आपके चरणो मे । आप ने अभी तक चिट्टी नहीं लिखी मेरी सहेली कॊ । नोकरी मिल गयी है हमारी गाय को । बछडा दिया है दादाजी ने । शराब की लत लगा ली है मैने । तुमको बहुत खत लिखे पर तुम नहीं आये कुत्ते के बच्चे । भेडीया खा गया दो महीने का राशन । छुट्टी पर आते समय ले आना एक खुबसुरत औरत । मेरी सहेली बन गई है । और इस समय टीवी पर गाना गा रही है हमारी बकरी । बेच दी गयी है तुम्हारी मां । तुमको बहुत याद कर रही है एक पडोसन । हमें बहुत तंग करती है

एक विचार - One thought

"हमारा आज , हमारे कल की देन हैं. हमारा आनेवाला कल , हमारे आज की देन होगा. यह महत्वपूर्ण नहीं हैं की हम आज क्या हैं, महत्वपूर्ण यह हैं की हमारे आज के प्रयास और मेहनत किस दिशा में हैं और हम अपने आने वाले कल में क्या चाहते हैं. "

व्याख्या - कल जो गलतिया हुई हैं , उनसे सबक लेकर अपने आज को बेहतर करना ही उचित हैं ताकि हमारा आने वाला कल सुखद और सफलतादायक हो. अपने आज को योजनाबद्ध कीजिये , कल अपने आप बेहतर होगा.