Nov 17, 2009

दो लब्ज

र्सिफ रिश्तों के बंधन को विश्वास नही कहते,
हर आसु को जजबात नही कहते।
किस्मत से मिलते है दोस्त जिन्दगी में,
इसलिए दोस्त को कभी इत्फाक नहीं कहते।।




दिल-2 से जुदा नहीं होता वह,
वह यु हि किसी पे फिदा नही होता।
प्यार से बड़ा दोस्ती का रिश्ता होता है,
क्योकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होता।




आप दूर रहकर भी याद आते रहोंगे,
ये दोस्ती हम सदा निभाते रहेगे।
न जाऐगे आप यादों के दरवाजे से बाहर,
आपको भी याद अपनी दिलाते रहेगें।




कोई कहता है प्यार का नसा बन जाता है,
काई कहता है प्यार सजा बन जाता है।
पर प्यार करो सच्चे दिल से,
क्योकि प्यार जिने की बजय बन जाती है।




3 comments:

  1. अच्छा प्रयास है , अपने शब्द सुधार लें

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  2. जिन्दगी है तो खवाब है

    _Khwaab Hai To Manzilein Hai



    ____Manzilein Hai To Fasaley Hai



    __________Fasaley Hai To Rastey Hai


    _________Rastay Hai To Mushkilein Hai


    _____________Mushkilein Hai To Hausla Hai

    _________________Hausla Hai To Vishawas Hai

    ______________________Vishvas hai to Paisa hai

    ________________________Paisa hai to Shohrat hai

    __________________________Shohrat hai to Izzat Hai

    ______________________________Izzat hai to Ladki hai

    __________________________Ladki hai to Tension hai

    ______________________Tension hai to Concern hai

    __________________Concern hai to a Khayaal hai

    _________________Khayaal hai to Khwaab hai

    ______________Khawab hai to Growth hai


    __________Growth hai to Zindagi hai


    ______Zindagi hai to khwaab hai



    _Matlab duniya Gol Gol hai



    Bas ghumnewala chahiye

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